वाराणसी की लंका पुलिस ने 29 जून को घेराबंदी करके चार ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो डेयरी/गौशाला चलाने की आड़ में गौवंश की तस्करी करते थे।
विजय शंकर यादव उर्फ भोला यादव, सुनील यादव और सत्यपाल सिंह अपनी डेयरी चलाते हैं पैसों के लिए ये दूध ना देने वाली गायों और बैलों को बिहार के तस्कर को बेचते थे।
ये सड़क पर आवारा पशुओं को पकड़कर भी उसे तस्कर को बेंच देते थे।
गिरफ्तार होने वालों में विजय शंकर यादव उर्फ भोला यादव, रतनलाल राजभर, शुभम भारती, और सत्यपाल सिंह शामिल हैं।
जबकि गिरोह का मुख्य सरगना सुनील यादव अभी भी फरार है।
इनके पास से कुल 58 गौवंशो जिसमें 38 गाय, 17 बछिया और 3 सांड को छुड़ाया गया है।
ये कैसे सनातनी हैं ये कैसे यदुवंशी हैं जो अपने धर्म के भी नहीं हो पाए।
और हर बात पर मोदी को कोसते हैं कि मोदी सरकार में गौ संरक्षण नहीं हो रहा भारत बीफ का बड़ा निर्यातक देश हो गया है ब्ला ब्ला...
खैर अखिलेश यादव 21+51 हजार रुपए लेकर इन्हें सम्मानित करने कब जाएंगे???