पटना में तेजस्वी यादव ने 10,000 कलम बांटकर युवाओं को एक खास संदेश दिया —
“हथियार नहीं, अब हाथों में कलम होगी।”
यह अभियान सिर्फ कलम बांटने का नहीं,
बल्कि शिक्षा, जागरूकता और सकारात्मक बदलाव की सोच को बढ़ावा देने का है।
यह एक इनोवेटिव और पॉजिटिव कैंपेन है,
जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।