Shaurya News India
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22 अप्रैल को पहलगाम में बर्बरतापूर्वक हमला किया। इसमें वहां मौजूद लोगों को करीब से और परिवारों के सामने सिर पर गोली मारी गई। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात कराया गया। जम्मू कश्मीरी में पर्यटन बढ़ रहा था। पिछले साल सवा 2 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट कश्मीर आए थे। इस संघ राज्य क्षेत्र में विकास और प्रगति को नुकसान पहुंचाकर पिछड़ा रखने का उद्देश्य था। ये जम्मू-कश्मीर सहित भारत में सामुदायिक घटना कराने की कोशिश की। एक TRF समूह ने जिम्मेदारी ली, जो पाकिस्तानी आतंकी ग्रुप तश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है। हमारी खुफिया एजेंसियों ने कई जानकारी जुटाई है। पाकिस्तान का लंबा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। ये आतंकवादियों का शरण स्थली बना है। पाकिस्तान ने अंतराराष्ट्रीय मंचों को गुमराह करता है। साजिद मीर को मृत्य घोषित किया, जो बाद में जिंदा पाया गया।

घटना के बाद भारत में रोष देखा गया। भारत सरकार ने पाकिस्तान संग संबंधों पर कई अहम घोषणा की। 22 अप्रैल के हमले के अपराधियों और योजनाकारों को न्याय के कठघरे में लाना जरूरी रहा। पाकिस्तान ने इस पर कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं। पाकिस्तान ने उल्टा आरोप लगाया। हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया कि आगे भी भारत के विरुद्ध हमले हो सकते हैं। इसे रोकना जरूरी था।

भारत ने सीमा पार हमलों का जवाब देने और उन्हें रोकने के अधिकार का प्रयोग किया है। यह कार्रवाई नपी-तुली और जिम्मेदारी से हुई है। भारत में भेजे जाने वाले आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन हुआ है।”

 कर्नल कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका बोलीं- लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए...

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह- रात एक बजकर पांच मिनट और एक बजकर 30 मिनट के बीच ऑपरेशन हुआ। पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के लिए ऑपरेशन हुआ। पाकिस्तान में 3 दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है। पाकिस्तान और पीओके में 9 टारगेट पहचाने गए थे और इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।

एयर स्ट्राइक का वीडियो प्ले किया...

प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले एयर स्ट्राइक का वीडियो प्ले किया। 10.34 पर वीडियो शुरू हुआ, 10.36 पर खत्म हुआ। कुल 2 मिनट चला।
[10:58 PM, 5/6/2025] Jagdish Shukla: भारतीय मिसाइल हमले के बाद मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के कैंप तबाह

भारतीय मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान के मुरिदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कैंप को निशाना बनाया गया। मुरिदके लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख गढ़ माना जाता है, जहां आतंकी संगठन की कई गतिविधियां संचालित होती हैं।
इस हमले के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल है। हालांकि अब तक आधिकारिक तौर पर किसी हताहत की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक कैंप को गंभीर क्षति पहुंची है।

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