रामनगर औद्योगिक क्षेत्र, सभागार मे उद्यमियो की उद्योग से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण हेतु बैठक का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश सिंह, विशिष्ट अतिथि उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव, अधिशासी अभियंता विधुत अरविंद कुमार थे बैठक की अध्यक्षता रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य ने किया ।
सर्वप्रथम उधमी अशोक सुल्तानिया ने दोनों औद्योगिक क्षेत्र में सीवर की मांग किया, व विधुत सिक्योरिटी का ब्याज विधुत विभाग से न मिलने की बात किया।
उधमी अमित गुप्ता ने उत्तर प्रदेश के बढ़ते विधुत दर पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि विधुत की दर अन्य प्रदेशों से सस्ती होने पर की प्रदेश में औद्योगिक विकास होगा।
रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य ने औद्योगिक क्षेत्र के बाहर के भूखंडो के विकास प्राधिकरण में आने के कारण नक्शा स्वीकृत करने का विकास शुल्क 1000 प्रति वर्ग मीटर जो कि यूपीसीडा के नक्शा स्वीकृत के रेट का 10 गुणा ज्यादा होना बताया और कहा कि इतने ऊँचे रेट के कारण चन्दौली का औद्योगिक विकास रुक गया है जबकि वेयर हाउस का रेट मात्र 250 प्रति वर्ग मीटर है, इसे कम करना बहुत ही जरूरी है। पड़ाव स्थित उधमी जसपाल सिंह,मुकेश सिंह, चंद्रभूषण ने औद्योगिक फीडर से विधुत आपूर्ति की मांग किया। उधमी सिद्धार्थ बाजला व ऋषभ जैन ने समस्त औद्योगिक क्षेत्रों के विधुत तारो को ऊपर उठाने की मांग किया क्योंकि सीसी रोड बनने के उपरांत सड़क ऊँची होने के कारण माल से भरी ट्रकों का ऊपरी हिस्सा विधुत तारो से लग रहा है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की संभावना है।
उधमी जय प्रकाश पाण्डेय ने यूपीसीडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र से कूड़ा निष्पादित करने की बात उठाया।
संयुक्त आयुक्त उमेश सिंह ने कहा कि उद्यमियों की जो भी समस्याएं हैं उनका शीघ्र ही निराकरण करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहाँ की यहां पर फेज 1और फेज 2 मिलाकर 300 के करीब औद्योगिक इकाइयां हैं। इसके बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है, ये दुखद है।
उद्यमियो ने कहा कि फायर, भूगर्भ जल प्रदूषण नियंत्रण आदि विभागों की एनओसी लेने में लोहे के चने चवाने पड़ते हैं। लंबे समय से उद्यमियों को विभिन्न विभागों की सब्सिडी नहीं मिली है, जो जल्द मिलनी चाहिए। विद्युत सुरक्षा विभाग उद्यमियो का सिर्फ आर्थिक शोषण करता है उद्यमियों ने बिजली की ट्रिपिंग बड़ी समस्या बताया और इस पर अधिशासी अभियंता का ध्यान आकृष्ट कराया।
उद्यमियों का कहना है कि सरकार को अपने विभागों के अधिकारियों पर अंकुश लगाना पड़ेगा तभी रामनगर औद्योगिक क्षेत्र को प्रदेश का मॉडल औद्योगिक क्षेत्र बनाना संभव होगा। डांडी और पड़ाव से आए उद्यमियों जसपाल सिंह, मुकेश सिंहः, चंद्रभूषण सिंह ने विद्युत कनेक्शन औद्योगिक फीडर से देने की मांग उठाई। रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में यूपीसीडा की लापरवाही के चलते नालों की समय से सफाई नहीं होती। कुछ उद्यमियों का कहना था फेज 1 के आसपास बाहरी इलाके की सड़क के क्षतिग्रस्त होने से काफी परेशानी हो रही है।
संयुक्त आयुक्त उमेश सिंह ने उद्यमियों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन दिया।
बैठक का संचालन चंद्रेस्वर जायसवाल व अजय राय व धन्यवाद सतीश गुप्ता ने किया।बैठक में प्रमुख रूप से त्रिभुवन सिंह, सत्यवीर साहू,अमित गुप्ता, संजय लखवानी, संजीव सिंह, सुप्रिया राय, रितेश वाधवानी, रवि कपूर, राम सिंह, अरविंद सिंह, राज सिंह थापर, दिनेश राय राकेश जायसवाल, अरुण राय, विनोद गुप्ता, सचिन मौर्य, जग्गनाथ घोस, वीरेन्द्र यादव,सचिन मौर्या आदि सैकडो की संख्या में उधमी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट -संतोष अग्रहरि