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चंदौली सकलडीहा। हाल ही में राज्यसभा सदस्य दर्शना सिंह द्वारा जानकारी दी गयी है कि चन्दौली के भवतपुरा गांव में जल्द ही भोजपुरी फिल्मों के महानायक सुजीत कुमार की स्मृति में भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण किया जायेगा। उनका यह प्रयास न केवल सुजीत कुमार को श्रद्धांजलि है, बल्कि क्षेत्र के सांस्कृतिक गौरव को सहेजने की दिशा में सराहनीय पहल है। इस संबंध में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान चंदौली के डॉ जितेन्द्र सिंह ने बताया कि समय की आवश्यकता है कि जनपद स्तर पर विकसित संग्रहालय के दर्शक दीर्घा एवं राजकीय पुस्तकालयों में काशी परिक्षेत्र की सिद्धेश्वरी बाई, जसुरी की विद्याधरी देवी, नामवर सिंह, मुनीम के किरदार को जीवंत करने वाले वाराणसी के एक्टर कन्हैयालाल सहित क्षेत्रीय गौरव को सहेजा जाय। व्यापक स्तर पर शोध एवं लेखन को बढ़ावा दिया जाय।  सुजीत कुमार की फिल्में पूर्वी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण एवं सांस्कृतिक भूदृश्य को प्रस्तुत करती है। इनमें बैलगाड़ी, सार्वजनिक कुएं, नदी, परम्परागत चूल्हा, हरियाली युक्त खेत, ग्रामीण भूदृश्य प्रतिबिबित होता है। इनकी भोजपुरी फिल्में विदेशिया (1963), दंगल (प्रथम रंगीन, 1977), पान खाये सईया हमार (1984), भैया दूज (1985), गंगा जइसन भउजी हमार (1986), सजाई दा मांग हमार (1987), सजनवां बैरी भइले हमार (1987), गंगा कहे पुकार के (1991) में पूर्वांचल की संस्कृति, स्थल एवं ग्रामीण परिवेश को दिखाया गया है। दंगल (1977) के गीत काशी हिले पटना हिले.. मन्ना डे की आवाज में मालवीय पुल (डफरिंग ब्रिज) पर शूट हुआ। इसमें बनारसी गमछा लटकाये कुंदन (सुजीत कुमार) को इक्का चलाते हुये देखा जा सकता है। डॉ जितेन्द्र सिंह द्वारा उनके जन्म से लेकर 5फरवरी, 2010 को मुंबई में उनकी मृत्यु तक की बातें बताई गई। उन्होंने बताया कि ससुररिया जइहा भइया धीरे धीरे.. (विदेशिया, 1963), राम भइया के लाली घोड़िया.. (भैयादूज, 984) सहित सुजीत कुमार की फिल्मों के कई गीत आज भी विवाह, त्यौहार के अवसर पर गाये जाते हैं।  भोजपुरी महानायक सुजीत कुमार पर देर से ही सही उनकी धरोहर को सहेजने का कार्य किया जाना चाहिये। जिले के राजकीय महाविद्याालयों में अध्ययन एवं शोधपीठ की स्थापना की जा सकती है। जिला स्तरीय संग्रहालय में पुरातात्विक के साथ ही सांस्कृतिक महत्व के व्यक्तित्व, स्थल सम्बन्धित फोटोग्राफ्स, पम्पलेट एवं संस्कृति एवं धरोहर को दर्शक दीर्घा के रूप में स्थापित किया जा सकता है।

रिपोर्ट अलीम हाशमी

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